छत्रपति शिवाजी महाराज
(Father of Indian Navy)
(1630 - 1680)
"जो इस धरती को अपना मानेगा वही ईस धरती पर राज करेगा उसी को ही इस धरती पर राज करने का अधिकार है वही धरती पुत्र है "
शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 में महाराष्ट्र के पुणे में शिवनेरी किल्ले में उनका जन्म हुआ था, उनके पिता सहाजिराव भोसले ओर माता जीजाबाई के संतान थे, जीजाबाई बहुत ही बहादुर थी वो सदा शिवाजी से कहा करती थी कि बेटा कभी डरना मत अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
आज कल अक्सर राजनैतिक दल हिन्दू- मुस्लिम के नाम पर देश की जनता को गुमराह करते रहेते हे ओर वो समझाने में सफल भी हो जाते है कि हिन्दू-मुस्लिम अलग - अलग है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है इतिहास में हिन्दू और मुस्लिम सभी धर्म के लोग एक दूसरे के त्यौहार मनाते थे और एक दूसरे से मिलजुलकर रहते थे शिवाजी की बात करे तो उसकी सेना में ज्यादातर सिपाही मुस्लिम ही थे उसका खास वफादार सेनापति भी मुस्लिम ही था और मुघलों की सेना में ज्यादातर लोग हिन्दू थे इसलिए हमेशा भारत में हिन्दू मुस्लिम साथ रहे हे ए राजनैतिक दल अपनी चतुराई से लोगो को गुमराह करके वोट हासिल करते रहते हे इसलिए ऐसी गलत धारणा से बचे।
शिवाजी ने 1945 में हिन्दवी स्वराज(Indian self rule) का विचार दिया उनका अर्थ सिर्फ हिन्दू नहीं है उसका सही अर्थ है एक ऐसा राज्य बनाया जाएं की जहां सभी धर्म के लोग एक-दूसरे के साथ मिलजुलकर रहे और धरती मां की सेवा करे यह ध्येय शिवाजी के हिंदवी स्वराज का था।
1526 में बाबर ओर इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत का युद्ध होता है उसमें बाबर की जीत होने से भारत में मुगल सल्तनत की स्थापना होती है।
शाहजहां ओर औरंगजेब के काल में शिवाजी महाराज का
उदय हुआ,उस काल के दौरान मराठा को नौकर माना जाता था और वो मुघलों की गुलामी करते थे यह देखकर शिवाजी ने ये निश्चय किया कि सबसे पहले ये मुघलों की गुलामी को खत्म किया जाए इसलिए उन्हें युद्ध करने की आवश्यकता थी इसलिए शिवाजी महाराज ने बहादुर सिपाहियों की एक सेना खड़ी की और उनके जरिए एक के बाद एक किल्ले पर जीत हासिल की और मुघलों को परास्त किया और अपनी सत्ता बनाई उनकी जो युद्ध की "गुरिल्ला" रणनीति थी उससे वो जंगलों में छुप छुप कर हमला करते थे और आज भी वो रणनीति युद्ध के दौरान इस्तमाल की जाती है।
6 जून 1664 में छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक होता है लाखो की संख्या में लोग सामिल होते है उसके बाद 1674 तक शिवाजी ने उन सारे प्रदेशों पर अधिकार कर लिया था जो पुरन्दर की सन्धि के अन्तर्गत उन्हें मुग़लों को देने पड़े थे। पश्चिमी महाराष्ट्र में स्वतंत्र हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के बाद शिवाजी ने अपना राज्याभिषेक करना चाहा, परन्तु मुस्लिम सैनिको ने ब्राहमणों को धमकी दी कि जो भी शिवाजी का राज्याभिषेक करेगा उनकी हत्या कर दी जायेगी. जब ये बात शिवाजी तक पहुंची की मुगल सरदार ऐसे धमकी दे रहे है तब शिवाजी ने इसे एक चुनौती के रुप मे लिया और कहा की अब वो उस राज्य के ब्राह्मण से ही अभिषेक करवायेंगे जो मुगलों के अधिकार में है.
सभी राजा पहले कोई भी राज्य पर अपनी जीत पाने के लिए शहरों को बर्बाद कर देते थे और महिलाओ को बंदी
बना लेते थे लेकिन शिवाजी महाराज के विचार दूसरे राजा ओ से भिन्न थे वो अपने सैनिकों को कहते थे महिलाओं को कभी मत छूना महिलाएं हमारी मां समान पूजनीय ओर वंदनीय होती है उसकी पूजा होती है अगर कोई भी सिपाही महिलाओ को परेशान करता पकड़ा गया तो उसे दंड मिलेगा ऐसे महान लीडर छत्रपति शिवाजी महाराज का 1980 में निधन हो जाता है और एक वीर योद्धा का इस पावन धरा पर से चले जाते है लेकिन उनके महिलाओ और सभी धर्मो के प्रति सम्मान का विचार आज भी हमे प्रेरणा देता है।
🚩जय शिवाजी🚩 जय भवानी🚩
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